"बेहद Sad Shayari | दर्द भरी शायरी हिंदी में दिल को छू लेने वाली"
बरसों लग जाते हैं खुद को संवारने में,
वक्त लगता है रिश्ते को बनाने में,
रिश्ता तो यूं चुटकी में खराब होता है,
लेकिन उमर लग जाती है रिश्ते को बचाने में।
एक बार टूट जाए भरोसे का शीशा,
तो हर टुकड़ा चुभता है निभाने में,
सौ बार दिल रोता है चुपके से,
सिर्फ़ मुस्कान ओढ़नी पड़ती है दिखाने में।
कभी चाहतों का समंदर भी सूखा लगता है,
जब अपना ही पराया होकर रूठा लगता है।
हर लम्हा कसक बनकर दिल को जलाता है,
टूटा हुआ रिश्ता रातों को रुलाता है।
जिसे पाने की दुआ हर रोज़ की थी,
वही शख़्स अब यादों का बोझ बन जाता है।
भरोसे की नींव जब हिल जाती है,
तो चाहत भी खामोशी में बदल जाती है।
कहने को तो रिश्ता अब भी ज़िंदा है,
पर हर धड़कन में उसकी कमी बसती है।
रिश्ते बनाने में उम्र गुज़र जाती है,
पर टूटने में बस पल भर लगता है।
भरोसे का शीशा जब एक बार चटक जाए,
तो हर टुकड़ा ज़िंदगी भर चुभता है।

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