इंतजार और दर्द वाली शायरी
🌹 इंतज़ार की खुशबू 🌹
ज़्यादा इंतज़ार ना कराना,
तुम शाम तक आ जाना।
पागल हूँ तेरे प्यार में,
बैठा हूँ इंतज़ार में।
ना मुझसे रूठ जाना,
ना मुझको भूल जाना।
जब पास मेरे आना,
ख़ुशबू बनाकर आना।
चुपके से दिल में समाना,
हर ख़्वाब मेरा सजाना।
जब दिल में मेरे आना,
तो कभी लौट के न जाना।
रातों को तारों संग जागना,
बातों में मीठा सा राग रखना।
तन्हा सवेरा जब हो मेरा,
तू हाथ पकड़ कर साथ चलना।
मेरी तन्हाई में तू मुस्कान भर देना,
आँखों के आँसुओं को तू प्यार से चुराना।
जब भी मैं टूटने लगूँ किसी मोड़ पर,
अपनी बाहों में मुझे फिर से जोड़ लेना।
इंतज़ार की इस खुशबू को
हर रोज़ नया रंग देना,
तेरे बिना जो अधूरा हूँ मैं,
खुद में मुझे पूरा कर देना।
**राकेश प्रजापति**
बहुत बढिया 😍❤️
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