खामोशी में दम | दमदार । Attitude-Kavita
हम वहाँ खड़े होते हैं जहाँ हौसला दम तोड़ चुका होता है। पढ़िए सीधे दिल से निकली Attitude और भाईगिरी शायरी जो दिखाती है आपका स्टाइल और अकड़।
हम वहाँ खड़े होते हैं,
जहाँ लोगों का हौसला दम तोड़ चुका होता — और हमने वहां भी रास्ता निकाला।
दिखावा करना हमारी फितरत में नहीं,
हम तो चुपचाप काम करके नाम बना लेते हैं — बिना कोई शोर मचाए खामोश रखा।
तेरी बातों में ना दम है, ना असर,
हम तो वो हैं जो आंखों में आंखें डालकर सच कहा।
दुश्मन चाहे सौ हों,
हम अकेले ही काफी हैं — बस दिल से खेला और दिमाग से काटा।
हमारे जैसे लोग किताबों में नहीं मिलते,
क्योंकि हम खुद एक किस्सा हैं — जो हर जुबां पर बसा।
ना झुकते हैं, ना मुड़ते हैं,
जहाँ खड़े हो जाएं, वहां खुद वक्त भी सलाम ठोके ऐसा लहजा रखा।
और हाँ — आख़िरी बात एक बार फिर सुन ले,
तेरी दुनिया में जो चाहे कर... पर मेरा दिमाग मत खा।
मेरा दिमाग मत खा।
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