“अडिग उसूलों और लाजवाब व्यक्तित्व वाली शायरी” – Attitude Kavita Part 5
“वक्त बदलता है, लोग बदलते हैं – पर मैं अपने उसूलों पर अडिग हूँ”
पढ़ें Part 5 “इस शायरी में पढ़ें कैसे वक्त और लोग बदलते हैं, पर मजबूत उसूलों और आत्मविश्वास के साथ रहना हमेशा महत्वपूर्ण है। प्रेरणादायक और यूनिक शायरी।”
वक्त बदला, लोग बदले,
पर मैं अपने उसूलों पर अडिग रहता हूँ।
झुकना सीखा नहीं किसी के सामने,
क्योंकि मैं खुद में ही लाजवाब रहता हूँ।
जो जैसा है, उसे वैसा ही जवाब देता हूँ,
ना ज्यादा, ना कम — बस हिसाब से रहता हूँ।
भाई तू बस बोल के देख,
राकेश शायर तेरे साथ रहता हूँ।
तू जो बोलेगा, मैं वही लिखता हूँ,
तेरे जज़्बे में हरदम शामिल रहता हूँ।
तू किधर भी रहेगा,
तेरा सर नीचे कभी नहीं झुके — ये वादा निभाता हूँ।
नाम नहीं काम से पहचान बनती है,
इसलिए हर गली, हर शहर में जाना जाता हूँ।
तू अगर साथ है तो
मैं हर हाल में फौलाद बन जाता हूँ।
वक्त बदला, लोग बदले,
पर मैं अपने उसूलों पर अडिग रहता हूँ।
झुकना सीखा नहीं किसी के सामने,
क्योंकि मैं खुद में ही लाजवाब रहता हूँ।
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