Breackup Bewafa Shayari। धोखा शायरी | बेवफ़ाई पर दर्द भरी शायरी हिंदी में
📕 गद्दार दिल – Shayari
धोखा शायरी
जिसे इंसान समझा, वो धोखा निकला,
हर लम्हा, हर वादा, झूठा निकला।
कम से कम मेरा कुत्ता भूखा रहा,
पर कभी बेवफ़ा नहीं निकला।
दोस्ती का नाम लेकर, खेला गया खेल,
आँखों में मोहब्बत, दिल में सिर्फ़ मेल।
चेहरे पे मासूमियत, दिल में चालाकी,
मुझसे बेहतर तो है उसकी सादगी।
रिश्तों की कीमत, समझी ही नहीं,
सच कहूँ तो, क़दर की भी कमी।
जिसे अपना कहा, उसने पराया किया,
दिल को तोड़ा, और तमाशा किया।
अब भरोसा करना भी गुनाह लगता है,
हर चेहरा नक़ली, हर वादा सस्ता लगता है।
ज़िंदगी का सबक सिखा दिया गहरा,
अपनों में ही मिलता है सबसे बड़ा पहरा।
दर्द ने सिखा दिया, हँसना ज़रूरी है,
ग़म के सागर में भी जीना मजबूरी है।
झूठे रिश्तों की भीड़ में सच्चाई खो गई,
दिल की आवाज़ अब तन्हाई हो गई।
हर धड़कन अब एक सवाल करती है,
क्या वफ़ा सच में किसी से होती है?
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