👉 सास बहू की लड़ाई शायरी 😂 | मजेदार तकरार शायरी इन हिंदी
👉 सास और बहू की नोकझोंक पर मजेदार शायरी पढ़ें। हंसी से लोटपोट कर देने वाली सास बहू की लड़ाई पर हिंदी शायरी कलेक्शन। सास बहू सास जब तक न बहु से लड़ेगी, बोलो तब तक, हाँ बोलो तब तक, सासू को कैसे ठंडक मिलेगी। बहु मुस्काए – "माँजी बैठिए, सब मैं कर लूंगी", सास बोले – "बस बातों की रानी बन गई तू झूठी!" घर में चलती है रिमोट सासू का, TV से ज़्यादा गरम माहौल बहू का! बहु सुबह-सुबह उठे नहाकर, सास बोले – "आजकल बहुत सवरती है पिघलाकर!" बनाए सब्ज़ी नमक ज़रा सा कम, सास बोले – "क्या जानबूझ कर किया है ये गुनाह दमदम?" दोपहर में बहु करे थोड़ा आराम, सास बोले – "रानी बनी है, क्या राजमहल है तेरा धाम?" रात को बहु बोले मीठा बोल, सास बोले – "तेरे बोलों में भी झोल ही झोल!" पर सच तो ये है प्यारे, सासू मां भी है बेचारे। जमाने की आदत, परंपरा का भार, बहु-सास की जोड़ी बस करती तकरार। ना बहु बुरी, ना सासु दोषी, बस दोनों की दुनिया थोड़ी सी जोशी। लेकिन जब लड़ते-झगड़ते खाएं मिठाई, तभी बनती है असली सास-बहु की छाई छाई! सास जब तक न बहु से लड़ेगी, बोलो तब तक, हाँ बोल...